अनुसूचित जाति के विद्यार्थी को माता का व्रत करना पड़ा भारी व्रत का नाम लिया तो अध्यापक ने सवाल पूछा, गलत बता कर दी धुनाई अध्यापक बोला अब बचाने आ जाएगी तेरी देवी माता  

सोनीपत (आदेश त्यागी घसौली )   गांव खानपुर खुर्द में नवरात्रों का व्रत रखकर बिना चप्पलों के विद्यालय पहुंचे एक विद्यार्थी की गणित के अध्यापक ने धुनाई कर दी। अनुसूचति जाति के छात्र से अध्यापक ने सवाल पूछा और सवाल को गलत बता कर उसके साथ मारपीट करनी शुरु कर दी। इतना ही नहीं अध्यापक ने पिटाई के दौरान छात्र से बचाने के लिए देवी माता को बुलाने की भी बात कहीं। बृहस्पतिवार को अभिभावकों ने विद्यालय में जाकर अध्यापक से मारपीट करने की वजह जाननी चाहिए तो अध्यापक ने अभिभावाकों को कहां कि वह जो कुछ कर सकते है कर लो, वह डरने वालों में से नहीं हैं। गांव खानपुर खुर्द निवासी प्रकाश ने बताया कि उसका दस वर्षीय बेटा गुलशन राजकीय उच्च विद्यालय में सातवीं कक्षा में पढ़ता है। प्रकाश ने कहा कि गुलशन व्रत के दौरान नंगे पैर बिना चप्पल पहने स्कूल में चला गया। गुलशन से गणित के अध्यापक शमशेर ने नंग पांव आने का कारण पूछा तो गुलशन ने नवरात्रों के व्रत रखने की बात कहीं, ऐसे में शिक्षक शमशेर ने कक्षा के सभी विद्यार्थियों से गणित का सवाल पूछा और सभी विद्यार्थियों का सवाल गलत पाए जाने के बाद केवल गुलशन की ही धुनाई कर दी। प्रकाश ने कहा कि अध्यापक ने गुलशन की पिटाई करते हुए कहा कि अब बुलाओं अपनी देवी माता को वह तुम्हें धुनाई होने से बचाने आएगी या नहीं। प्रकाश ने कहा कि जब वह अध्यापक से गुलशन की धुनाई करने का कारण जानने के लिए पहुंचे तो उन्होंने कहीं पर भी जाने की धमकी दी और कहा कि वह किसी से नहीं डरता, जो करना है वह करों। मां शीला ने कहा कि विद्यालय में जमीनदार व स्वर्ण जाति के भी बच्चे पढ़ाई करते है, लेकिन उन्हीं के बच्चे को अध्यापक ने पिछड़ी जाति से संबंधित होने पर पिटाई की है।
व्रत तोडऩे की दी चेतावनी
प्रकाश ने कहा कि अध्यापक शमशेर ने गुलशन से मारपीट करने के दौरान कहा कि अगर उसने नवरात्रों के व्रतों को नहीं तोड़ा तो वह उसकी इसी तरह से पिटाई करता रहेगा। ऐसे में अगर वह व्रत तोड़ देगा तो मारपीट से उसे छुटकारा मिल जाएगा।
सच्ची श्रद्धा से रखे हुए है व्रत
महज दस साल का गुलशन सातवीं कक्षा में पढ़ता है। गुलशन ने कहा कि उसने माता रानी से अपनी अच्छी पढ़ाई की मन्नत मांगते हुए नौ नवरात्रों का व्रत रख रखा है। गुलशन ने कहा कि वह सुबह फल खाने के बाद शाम को ही फल खाता है, नंगे पांव रहता है और चारपाई व कुर्सी तक पर भी नहीं बैठता है। रात के समय वह जमीन पर बीछौना लगाकर सोता है, लेकिन अध्यापक ने उसके साथ मारपीट द्वेष भावना से की।

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