सोनीपत ( आदेश त्यागी घसौली ) बाईपास के मटिंडू चौक पर सीवर ट्रीटमेंट प्लांट के पास सांपला की तरफ बिजली निगम के जो खंभे लगे हुए हैं। थ्री फेज की लाइन से गुजरने वाला खंभा जर्जर वे टेढ़ा हो चुका है। बिजली निगम ने उस खंभे को बदलने के बजाय उस खंभे के दूसरे खंभे से सहारा दिया हुआ है। जो अस्थाई है, कई महीने बीतने के बाद भी इस खंभे को बदला नहीं गया। जो अब कभी भी हादसे का कारण बन सकता है। शहर में ऐसे दर्जनों प्वाइंट है, लेकिन निगम का इन पर कोई ध्यान नहीं है। शहर में बिजली निगम की मनमानी इतनी अधिक बढ़ गई है न तो निगम को लोगों की जान की परवाह है और ना ही हादसों का डर। जिला प्रशासन के निर्देशों पर भी बिजली निगम कोई ध्यान नहीं दे रहा है। जिसके चलते शहर में जगह-जगह हादसों को न्यौतो देते टेढे-मेढे व टूटे खंभों से बिजली की लाइन गुजर रही है, जो कभी भी हादसों का कारण बन सकती है। कहीं जमीन में ट्रांसफार्मर रखे हुए हैं तो कहीं ट्रांसफार्मरों पर लगाए जाने वाली बिजली की तारे पांच फीट से भी कम ऊंचाई पर है। जिसके कारण हादसों का डर रहता है।
बिजली निगम पर बढ़ रही है केसों की संख्या
नियमों एवं मानकों के मुताबिक काम न करने के आरोप में बिजली निगम पर कई उपभोक्ताओं ने केस डाले हुए हैं। जिनमें से उपभोक्ता मदन लाल ने उपभोक्ता फोरम में ये कहते हुए केस डाला है कि भ्रष्टाचार फैलाने से उसने मना किया तो उसके मीटर को तीन दिन बदला, फिर दोबारा लगाया, फिर उसमे छेड़छाड़ कर जुर्माना लगाया। नहीं तो एक बार मीटर बदलने के बाद दोबारा उसके घर पर वहीं मीटर क्यों लगता। यही नहीं उपभोक्ता ने छेड़छाड़ वाले मीटरों की शिकायत जिला उपायुक्त को दी थी, जिसकी जांच के बाद उन मीटरों में भी कमियां पाई थी। उन पर जुर्माना लगा था। पिछले महीनों में बिजली निगम पर उपभोक्ताओं द्वारा कोर्ट केसों की संख्या बढ़ रही है।