सोनीपत इंडिया की दहाड़ , ( आदेश त्यागी )
सांसद रमेश कौशिक ने कहा कि हर गांव व शहर को खुले में शौच मुक्त किए बगैर स्वच्छ भारत मिशन को पूरा नहीं किया जा सकता। इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति को एक अभियान की तरह काम करना है और खासकर इस अभियान से जुड़े कर्मचारियों और प्रेरकों की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह इस अभियान में रूची लेकर कार्य करें। श्री कौशिक बुधवार को एथनीक इंडिया राई में जिला प्रशासन द्वारा यूनिसेफ व फीडबैक फाउंडेशन के सहयोग से पांच दिवसीय समुदाय संचालित संपूर्ण स्वच्छता विधि कार्यशाला के द्वितीय सत्र में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा की सरकार बनते ही सबसे पहले स्वच्छ भारत का सपना देखा और इसे हकीकत में बदलने के लिए अभियान चलाया। प्रत्येक नेता से लेकर कर्मचारी अधिकारी तक सडक़ों पर स्वच्छता का संदेश देने के लिए निकला। आज इसी का परिणाम है कि हर कोई सडक़ों पर कूड़ा फेंकते समय कई बार सोचता है। हमें सोच को बदलना है और अब हमारा अगला लक्ष्य है अपने गांवों और शहरों को खुले में शौच मुक्त करना। इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर लगातार कार्य किए जा रहे हैं। कौशिक ने कहा कि इस प्रशिक्षण का उद्देश्य भी अपने-अपने क्षेत्रों को खुले में शौच मुक्त रखने के तरीकों के बारे में जानना है। उन्होंने कहा कि हम सभी को यह समझकर कार्य करना है कि खुले में शौच की इस गलत परंपरा को खत्म कर सभी को शौचालयों के प्रयोग के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने कहा कि लगभग हर घर में शौचालय बनवाए जा चुके हैं और जहां शौचालय नहीं हैं वहां बनाने के लिए सरकार द्वारा अनुदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि समुदाय संचालित संपूर्ण स्वच्छता विधि एक पूरे वर्ग को साथ लेकर बदलाव लाने का कदम है। इसी के तहत आज यह कार्यशाला आयोजित की गई है और पांच दिन तक इस कार्यशाला में लगातार प्रशिक्षण दिया जाएगा।
