चंडीगढ़: बेअदबी और गोली कांड की जांच कर रही स्पैशल इन्वैस्टीगेशन टीम (एस.आई.टी.) के सदस्य आई.जी. कुंवर विजय प्रताप सिंह ने फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार के ट्वीट को नकार दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि ट्वीट को बयान नहीं माना जा सकता।
उन्होंने कहा कि एसआईटी की अपनी प्रश्नावली होती है और हर सवाल का जवाब उन्हें देना होगा। अक्षय जो भी बयान देंगे एसआईटी वही लिखेगी। एंटी टैरेरिस्ट स्क्वाएड (ए.टी.एस.) के आई.जी. कुंवर विजय प्रताप सिंह ने बुधवार को पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ में लॉ डिपार्टमैंट में अपने लक्चर में यह बातें सांझा की।
सुखबीर बादल को कानून की किताब
कुंवर विजय प्रताप सिंह ने कहा कि कानून एक सिस्टम में काम करता है। मै उन लोगों का नाम नहीं लेना चाहता लेकिन यहां शेयर कर रहा हूं कि फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर बादल को कानून की किताब के प्रावधानों के तहत ही बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि अक्षय कुमार पर डेरा सच्च सौदा मुखी गुरमीत राम रहीम और शिअद प्रधान सुखबीर बादल के बीच मध्यस्थता का आरोप है।
अक्षय कुमार के घर पर मीटिंग
जस्टिस रंजीत सिंह कमीशन की रिपोर्ट में भी इसका जिक्र है। इसके अलावा पूर्व विधायक हरबंस लाल जलाल ने भी कमीशन को ऑन रिकार्ड यह जानकारी दी थी। रिपोर्ट के मुताबिक डेरामुखी की फिल्म ‘मैसेंजर आफ गॉड’ को रिलीज कराने के लिए अक्षय कुमार के घर पर मीटिंग हुई थी। उधर, अभिनेता अक्षय कुमार ने ट्वीट कर अपना स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ झूठी बयानबाजी हो रही है।पुलिस सूत्रों के मुताबिक एस.आई.टी. ने अक्षय सहित बादल और सुखबीर से पूछताछ के लिए सवालों की लंबी फेहरिस्त तैयार की है। एसआईटी की टीम इन लोगों से अलग-अलग दिनों में अमृतसर के गेस्ट हाऊस में पूछताछ करेगी। एसआईटी 16 नवंबर को पूर्व मुख्यमंत्री बादल, 19 नवंबर को सुखबीर बादल और 21 नवंबर को अभिनेता अक्षय कुमार से पूछताछ करेगी।