गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली पुलिस के एक जांबाज हेड कांस्टेबल प्रदीप कुमार शर्मा की दिल का दौरा पड़ने से आकस्मिक मौत हो गई। इस दुखद घटना के साथ पूरे महकमे में मातम पसर गया है। प्रदीप कुमार उत्तर-पूर्वी जिले में शास्त्री पार्क थाने में तैनात थे। गणतंत्र दिवस के मौके पर उनकी नानक सर गुरुद्वारे के पास ड्यूटी लगी थी। मगर सुबह अचानक तबियत बिगड़ने पर उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जहां डॉक्टरो ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जिले के पुलिस उपायुक्त अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि हेड कांस्टेबल प्रदीप कुमार शर्मा की मौत ऑन ड्यूटी हुई है। वह दिल्ली पुलिस के तेज तर्रार जवानों में से एक थे। प्रदीप कुमार के पार्थिव शरीर को पुलिस वैन से शनिवार दोपहर वजीराबाद घाट पर लाया गया और अंतिम संस्कार किया गया।
इस मौके पर दिल्ली पुलिस महकमें के कई ऑफिसर व उनके साथ काम कर चुके एसीपी, एसएचओ व अन्य सहकर्मी भी मौजूद थे। पुलिस के मुताबिक प्रदीप कुमार दिल्ली पुलिस में 2003 में बतौर कांस्टेबल भर्ती हुए थे। बाद में अपनी काबिलियत पर प्रमोट होकर हेड कांस्टेबल बने थे। उन्होंने उस्मानपुर थाने में रहते हुए एक बच्ची का ब्लांइड मर्डर केस सुलझाया था। बदमाशों को पकड़ने के लिए वह जान की बाजी तक लगा देते थे।
खजूरी चौक पर जान की परवाह किए बिना उन्होंने हथियारबंद बदमाशों को पकड़ा था। हनीट्रेप में फंसाकर कारोबारियों से उगाही करने वाले गिरोहा का भी पर्दाफाश किया। प्रदीप कुमार अपने परिवार के साथ सुधामापुरी साढ़े चार पुश्ता इलाके में रहते थे। उनकी मौत का परिवार के सदस्यों पर गहरा सदमा लगा है।