21वीं सदी में जन्में युवा लोकसभा चुनावों में करेंगे अपने मत का उपयोग : PM

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं से स्वयं को मतदाता के रुप में पंजीकृत कराने और मतदान करने का आग्रह करते हुए रविवार को कहा कि इससे भारतीय लोकतंत्र को मजबूती मिलेगी और उनके सपने देश के साथ जुड़ सकेंगे। पीएम मोदी ने आकाशवाणी पर अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 52 वें संस्करण में कहा कि 21 वीं सदी में जन्में युवाओं के लिये देश की जिम्मेदारी अपने कंधों पर लेने का समय आ गया है। वे देश की निर्णय प्रक्रिया में हिस्सेदार बनने जा रहे हैं।

उन्होंने कहा, “इस साल देश में लोकसभा के चुनाव होंगे, यह पहला अवसर होगा जब 21वीं सदी में जन्में युवा लोकसभा चुनावों में अपने मत का उपयोग करेंगे। उनके लिए देश की जिम्मेदारी अपने कन्धों पर लेने का अवसर आ गया है। अब वे देश में निर्णय प्रक्रिया के हिस्सेदार बनने जा रहे हैं। खुद के सपनों को, देश के सपनों के साथ जोड़ने का समय आ चुका है।”

प्रधानमंत्री ने युवा-पीढ़ी से आग्रह करते हुए कहा कि अगर वे मतदान करने के लिए पात्र हैं तो खुद को जरूर मतदाता के रूप में पंजीकृत करायें। प्रत्येक युवा को अहसास होना चाहिए कि देश में मतदाता बनना, मत के अधिकार को प्राप्त करना, जीवन की महत्वपूर्ण उपलब्धियों में से एक महत्वपूर्ण पड़ाव है।

उन्होंने युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा, “मतदान करना मेरा कर्त्तव्य है – ये भाव हमारे भीतर पनपना चाहिये। जीवन में कभी किसी भी कारण से, अगर मतदान नहीं कर पाए तो बड़ी पीड़ा होनी चाहिए। कभी कहीं देश में कुछ गलत होता हुए देखें तो दुख होना चाहिए। मैंने वोट नहीं दिया था, उस दिन मैं वोट देने नहीं गया था – इसका ही खामियाजा आज मेरा देश भुगत रहा है। हमें इस जिम्मेदारी का अहसास होना चाहिए। ये हमारी वृत्ति, ये हमारी प्रवृत्ति बननी चाहिए।”

पीएम मोदी ने मतदान करने को संस्कार बनाने पर बल देते हुए देश की जानी-मानी हस्तियों से आग्रह किया कि उन्हें मतदाता पंजीकरण कराने और फिर मतदान के दिन वोट दिलाने का अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा,  मुझे उम्मीद है कि भारी संख्या में युवा मतदाता के रूप में पंजीकृत होंगे और अपनी भागीदारी से लोकतंत्र को और मजबूती प्रदान करेंगे।

PM ने की चुनाव आयोग की सराहना 

प्रधानमंत्री मोदी ने चुनाव संपन्न कराने में चुनाव आयोग की सराहना करते हुए कहा कि लोकतंत्र को मजबूत करने में इसकी महत्वपूर्ण तथा निरंतर भूमिका रही है और यह प्रत्येक मतदाता को निर्वाचन प्रक्रिया में हिस्सा लेने का पुख्ता इंतजाम करता है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग भारतीय लोकतंत्र का अभिन्न अंग हैं और यह गणतंत्र से भी पुराना है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *