3 बार भारत-पाकिस्तान जंग के दौरान और 3 बार अलग-अलग कारणों से 6 दशक के दौरान 6 बार बंद हो चुकी बीटिंग रिट्रीट सेरामनी आज फिर पूरे उत्साह और जोश के साथ अमृतसर स्थित सरहद पर शुरू हुई। इस दौरान बीएसएफ और पंजाब पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता प्रबंधों को जारी रखा।
देश के जाबांज वायु पुत्र विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को पड़ोसी मुलक पाकिस्तान के हुकमरानों द्वारा विशेष सौंपे जाने की प्रक्रिया के तहत भारत ने नापाक हरकत को भांपते हुए शुक्रवार को सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए बीटिंग रीट्रिट सेरामनी को उसकी सलाह से रदद कर दिया था। देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों और दर्शकों ने सेरामनी के दौरान जोशीले अंदाज में हमेशा की तरह बुलंद नारेबाजी की। इस दौरान लोगों ने वंदे मातरम और भारत मां की जयघोष से समस्त वातावरण को गूंजमयी कर दिया।
स्मरण रहे कि इस सेरामनी को देखने के लिए प्रतिदिन 15 से 20 हजार लोग पहुंचते है और छुटटी और विशेष त्यौहारों के दिन इनकी संख्या दुगुनी हो जाती है।
अटारी बॉर्डर पर रिट्रीट सेरेमनी देखने के लिए करीब 25 हजार लोगों के बैठने का प्रबंध है। प्रशासन ने कहा कि अगर पाकिस्तान शाम को विंग कमांडर को इस रास्ते से भारत को सौंपता है तो उस वक्त दर्शकों का हुजूम होगा। लोगों की देशभक्ति भावनाएं चरम पर होंगी। ऐसे में किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए शुक्रवार को रिट्रीट सेरेमनी को बंद कर दिया गया है।
रिट्रीट सेरेमनी की शुरुआत के बाद से आज तक छह दशक में यह छठा मौका था जब इसे रद किया गया हो। हालांकि शाम को अटारी में फ्लैग सेरेमनी हुई थी, जिसमें इधर चुनिंदा अधिकारी और उधर पाकिस्तानी हजूम भी था ।