एसडी पीजी कॉलेज में कुरुक्षेत्र विश्वविधालय की मेरिट में स्थान पाए 60 एनएसएस कार्यकर्ताओं का शानदार स्वागत

युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी किये गए है

मेरिट सर्टिफिकेटस

राष्ट्र का युवा सामाजिक जिम्मेदारी को संवेदनशील हो : पवन गोयल
एसडी पीजी कॉलेज में कुरुक्षेत्र विश्वविधालय कुरुक्षेत्र द्वारा एनएसएस की मेरिट लिस्ट
में स्थान बनाने वाले 60 कार्यकर्ताओं का जोरदार स्वागत एवं अभिनन्दन किया गया और उन्हें
मेरिट सर्टिफिकेटस भेंट किये गए जो कुरुक्षेत्र विश्वविधालय के मार्फत युवा कार्यक्रम एवं खेल
मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी किये गए है. कार्यकर्ताओं के सम्मान समारोह में बतौर
विशिष्ट मेहमान एसडी पीजी कॉलेज प्रधान श्री पवन गोयल, प्राचार्य डॉ अनुपम अरोड़ा, कॉलेज
में एनएसएस के प्रभारी डॉ राकेश गर्ग एवं डॉ संतोष कुमारी और अन्य स्टाफ सदस्यों ने भाग
लिया. यह मेरिट सर्टिफिकेट्स वर्ष 2019 से 2021 के दौरान कार्यकर्ताओं द्वारा किये गए
सर्वोत्तम कार्यों के मूल्यांकन के आधार पर जारी किये गए है. कोरोना आपदा के दौरान एसडी
कॉलेज के एनएसएस कार्यकर्ताओं ने समाज में न सिर्फ जागरूकता अभियान चलाये बल्कि
सेनिटाईजर, मास्क, राशन, दवाइयां इत्यादि बटवाने में प्रशासन की मदद भी की. कॉलेज ने कई
गावों को गोद लेकर वहां स्वच्छता, साक्षरता, कुपोषण से बचना, डिजिटल साधनों के इस्तेमाल,
पर्यावरण को संजोना, जल एवं वन संरक्षण, कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ जागरूकता जैसे विषयों

को लेकर अभियान भी चलाये और धरातल पर कार्य किये. विदित रहे की कॉलेज की एनएसएस
इकाई द्वारा किये गए उत्कृष्ठ कार्यों का आंकलन करते हुए गत वर्ष 24 सितम्बर को कुरुक्षेत्र
विश्वविधालय के माननीय कुलपति ने कॉलेज यूनिट को विश्वविधालय की सर्वोत्तम एनएसएस
यूनिट की ट्राफी से नवाजा था. इस अवसर पर प्राचार्य डॉ अनुपम अरोड़ा ने डॉ दिनेश राणा,
एनएसएस कोऑर्डिनेटर कुरुक्षेत्र विश्वविधालय और डॉ भगत सिंह स्टेट एनएसएस नोडल
ऑफिसर, शिक्षा सदन पंचकुला के मार्गदर्शन की भी सराहना की. राष्‍ट्रीय सेवा योजना
(एनएसएस) राष्‍ट्र की युवाशक्ति के व्‍यक्‍तित्‍व विकास हेतु युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय
भारत सरकार द्वारा संचालित एक सक्रिय कार्यक्रम है.

अपने वक्तव्य में एसडी कॉलेज प्रधान श्री पवन गोयल कहा की एनएसएस के सामाजिक
कार्य परोपकारी तथा प्रजातांत्रिक आदर्शों से विकसित हुए है और इसके नैतिक मूल्य सभी
व्यक्तियों की समानता, महत्व एवं गरिमा के सम्मान पर आधारित हैं. एनएसएस के कार्यकर्ताओ
को सैदव दूसरों की विपत्तियो तथा दुखों से राहत दिलाने का प्रयास करना चाहिए. सामाजिक
नियोजन में योगदान देकर कार्यकर्ता व्यक्तियों, परिवारों, समूहों एवं समाज की सहायता कर
सकते है. एसडी कॉलेज अपने कार्यकर्ताओं को यही सब सिखाने का प्रयास कर रहा है. उन्होनें
कहा की एनएसएस कार्यकर्ता का कार्यक्षेत्र अब दिन-प्रति-दिन बढ़ता जा रहा है और कॉलेज के
एनएसएस कार्यकर्ताओं ने जो कुछ हासिल किया है उससे उनका मन बहुत प्रफुल्लित अनुभव

कर रहा है. एनएसएस एक ऐसा पुनीत कार्य है जो जीवन की उन्नत गुणवत्ता के लिए निवारक
तथा पुनर्स्थापन कार्य के इच्छुक व्यक्तियों, परिवारों तथा समुदायों को सेवाएं देता है.

कॉलेज प्राचार्य डॉ अनुपम अरोड़ा ने कहा की एनएसएस एक कल्याणकारी सोच है और
इसके माध्यम से उपचारात्मक संबंध स्थापित कर सामाजिक कार्य किये जा सकते है. सामाजिक
कार्य करने वाला व्यक्ति समाज में अपने आप विशिष्ट बन जाता है. सामाजिक कार्यकर्ता
व्यक्ति की सम्पूर्ण स्थिति को समझ कर उसके साथ कार्य करना है. ‘मैं नहीं, तुम’ का भाव
लिए एनएसएस हमें समर्पण भाव से सभी कुछ दूसरों के लिए करने और लुटाने का भाव
सिखाता है. सच्चा कार्यकर्ता खुद को पीछे रखकर सबसे पहले दूसरो के हित की सोचता और
करता है. कॉलेज एनएसएस कार्यकर्ताओं ने कुरुक्षेत्र विश्वविधालय में अपने लिए ख़ास स्थान
बनाया है जिस पर विश्वविधालय को भी गर्व है. मेरिट सर्टिफिकेट इस बात का द्योतक है की
इन युवाओं ने देश और समाज के लिए सकारात्मक किया है जिसकी कृतज्ञता सरकार भी प्रकट
कर रही है. युवा उम्र में ऐसी उपलब्धि पाना सचमुच में बड़ी बात है. इन मेरिट सर्टिफिकेटस का
लाभ युवाओं को रोजगार पाने में भी मिलेगा.

प्रोग्राम ऑफिसर डॉ राकेश गर्ग ने एनएसएस के बारे में बताते हुए कहा की एनएसएस
की गतिविधियों में भाग लेने वाले विद्यार्थी समाज के लोगों के साथ मिलकर समाज के हित के

कार्य करते है. साक्षरता संबंधी कार्य, पर्यावरण सुरक्षा, स्‍वास्‍थ्‍य एवं सफाई, आपातकालीन या
प्राकृतिक आपदा के समय पीड़ित लोगों की सहायता आदि ऐसी गतिविधियाँ है जिनमे इन
कार्यकर्ताओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया है. विद्यार्थी जीवन से ही समाजपयोगी कार्यों में व्यस्त
रहने से युवाओं में समाज सेवा एवं राष्‍ट्र सेवा के गुणो का भरपूर विकास होता है.

इस अवसर पर स्टाफ सदस्यों में डॉ एसके वर्मा, डॉ मुकेश पुनिया, प्रो मयंक अरोड़ा, डॉ
बलजिंदर सिंह, डॉ पवन कुमार, दीपक मित्तल उपस्थित रहे.

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