Demand for high level investigation of Dalit oppression in Mewat

मेवात में दलित उत्पीडन की करी उच्चस्तरीय जांच की मांग

वाल्मीकि युवाओं की सेना में भर्ती करने की भी उठाई आवाज

श्री वाल्मीकि महासभा के बैनर तले पानीपत के उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह को एक ज्ञापन दिया गया । जिसमें पूर्व न्यायाधीश पवन कुमार की जांच रिपोर्ट में पेश तथ्यों की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की गई । श्री वाल्मीकि महासभा के प्रदेश महासचिव प्राण रत्नाकर ने बताया कि हाल ही में पूर्व न्यायाधीश पवन कुमार ने मेवात में दलित उत्पीड़न की घटनाओं की जांच की थी । जिसके अनुसार 100 से अधिक गांवों में दलित समाज विशेषकर वाल्मीकि समाज के लोग पलायन करके अन्यत्र चले गए हैं ।

महिलाओं के साथ बलात्कार की शर्मनाक घटनाएं अंजाम दी गई । लेकिन पुलिस ने दलित समाज को न्याय नहीं दिया। प्राण रत्नाकर ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री मनोहर लाल व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को सम्बोधित ये ज्ञापन उपायुक्त के मार्फत दिए हैं ।

जिसमें उच्च स्तरीय जांच की मांग की गई है । इसके अलावा भारत की सरहद पर युद्ध के तनाव को देखते हुए श्री वाल्मीकि महासभा ने प्रधानमंत्री से मांग की है कि TOD स्कीम के तहत वाल्मीकि समाज के युवाओं को सेना में विशेष भर्ती के जरिए देश सेवा का मौका दिया जाए। ताकि एक सैनिक की वर्दी पहनकर
वाल्मीकि समाज के युवा दुश्मन देश के दांत खट्टे करने का सौभाग्य प्राप्त कर सकें ।

इस अवसर पर सत्य प्रकाश वैद्य, रविंदर एडवोकेट , बसंत बोहत, रविंद्र मंडल, अरुण बोहत, सूरज बिडलान, गुलाब सिंह , बलवान सिंह कांगडा, संदीप बोहत प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।