सोनीपत बुढ़ापा पेंशन या तो एक हजार लो, या खुल्ले 600 रुपये दो अगली पेंशन पर दे दिया जाएगा दो हजार का एक नोट 

सोनीपत( आदेश त्यागी )सोनीपत28 snp-2 (1) एक हजार व 500 रुपये के पुराने नोट बंद होने के बाद बैंकों के सामने बुढ़ापा पेंशन बांटना टेडी खीर साबित हो रहा है। अब गोहाना के बरोदा मार्ग स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा की स्थानीय शाखा ने इस चुनौती से निपटने के लिए बाहर मोटे अक्षरों में लिख दिया है कि पेंशन पाने वाले बुजुर्ग अगर अपनी पुरानी पेंशन प्राप्त करना चाहते है तो वह 600 रुपये सौ-सौ रुपये के नोट खुले लेकर आए, या फिर बैंक से केवल हजार रुपये ही पेंशन के  ले और 400 रुपये बकाया छोड़ दे। ऐसे में अगली पेंशन प्रदेश सरकार की घोषणा के अनुसार 1600 रुपये हो जाएगी और उस समय बुजुर्गो को सीधे दो हजार रुपये का एक नोट दे दिया जाएगा।
बैंक द्वारा खुले 600 रुपये की मांग करना बुजुर्गो के लिए भी चुनौती बन गया है। ऐसे में पूरा दिन में दर्जन ही बुजुर्ग पेंशन का लाभ ले पाते है। अधिकत्तर बुजुर्ग बैंक में लगी लंबी कतार को देखकर ही वापिस घर चले जाते है। कुछ बुजुर्ग तो बैंक के इस फैसले का स्वागत कर रहे है और हंसी खुशी हजार रुपये पेंशन के लेकर जा रहे है।
ये हैं पेंशन धारक
बैंक ऑफ बड़ौदा की स्थानीय शाखा में लगभग 400 बुजुर्गो ने पेंशन पाने के लिए अपने खाते खुलवा रखे है। हर माह बैंक द्वारा लगभग 6 लाख 40 हजार रुपये की राशि पेंशन के तौर पर बुजुर्गो में बांटी जाती है। लेकिन इस बार नोटबंदी के चलते उन्हें समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
ये बोले शाखा प्रबंधक
शाखा प्रबंधक एसके मित्तल ने कहा कि कैश की किल्लत के चलते पेंशन धारकों के लिए यह नियम बनाया गया है। अधिकत्तर बुजुर्ग खुले देकर पेंशन ले रहे है और कुछ अपने 400 रुपये भी बकाया छोड़ रहे है। अगली पेंशन 1600 रुपये हो जाएगी। चार सौ रुपये बकाया छोडऩे वाले बुजुर्ग को दो हजार का एक नोट दे दिया जाएगा। आए दिन लगभग दर्जन ही बुजुर्ग पेंशन लेने के लिए आ रहे हैं।

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