सोनीपत ( आदेश त्यागी ) सोनीपत ; कंवाली गांव निवासी चरणजीत व उसकी पत्नी बबीता अपनी दो लड़कियों के साथ खरखौदा की तरफ जा रहे थे, खरखौदा ड्रेन क्रमांक 8 के पास स्थित नील फैक्टरी के पास किसी अज्ञात वाहन चालक ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी थी। सडक़ दुर्घटना में बाइक चालक चरणजीत की एक दिसंबर को ही मौत हो गई थी। जबकि पत्नी बबीता व बेटियां लक्ष्मी व तन्नू रोहतक पीजीआई अस्पताल में भर्ती थी। जिसमें बबीता की भी मौत हो गई। जबकि दोनों बच्चियां जिंदगी व मौत की लड़ाई लड़ रही है। उधर जैसे ही महिला का शव कंवाली गांव में पहुंचा तो कंवाली गांव के ग्रामीण पुलिस कार्रवाई से असंतुष्ट थे, जिन्होंने योजना बनाई कि पुलिस कार्रवाई की उचित मांग को लेकर शव को कवांली मार्ग पर रखकर मार्ग बाधित कर अपनी आवाज उठाऐंगे। लेकिन जैसे ही इस तरह की चर्चा का पता गांव सरपंच व ब्लाक समिति चेयरमैन राजबीर को लगा तो उन्होंने मामलें को गंभीरता से लेते हुए ग्रामीणों के समझाया और डीएसपी व थाना प्रभारी से उचित कार्रवाई का आश्वासन दिलवाया व जाम लगाने से मना कराया। ग्रामीणों ने इस संदर्भ में खुद भी डीएसपी से बात की। डीएसपी प्रदीप कुमार ने सभी ग्रामीणों को शांत कराया व उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। गौरतलब है कि उपरोक्त मामले में अज्ञात वाहन चालक पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। लेकिन अभी तक इस संदर्भ में किसी की पहचान नहीं हुई है और ना ही कोई गिरफ्तारी हुई है। नाराज ग्रामीणों की मांग है कि इस मामले को गंभीरता से लिया जाए व पीडि़त परिवार को आर्थिक मदद भी सरकार की तरफ से उपलब्ध करवाई जाए। पीडि़त परिवार का मुखिया दहाड़ी मजदूरी कर अपने परिवार की आजीविका चला रहा था। घायल दोनों बेटियां अभी भी पीजीआई रोहतक में भर्ती है।