कैथल इंडिया की दहाड़ : गांव दयौरा में एक दलित महिला के साथ सरपंच के द्वारा मारपीट का मामला प्रकाश में आया है। दलित महिला के परिजनों ने बताया कि परिवार का गुजर बसर चलाने के लिए परिवार के लोग मेहनत मजदूरी का कार्य करते हैं। मनरेगा की मजदूरी नहीं मिलने पर सीएम विंडों में शिकायत की गई थी। इसी बात को लेकर महिला के पति से सतपाल से सरपंच रंजिश रखता है और कई बार इसी बात को लेकर जान से मारने की धमकी दे चुका है। सरपंच की ओर से बार बार धमकी दी जाती है कि सीएम विंडों में भी शिकायत करने से कुछ नहीं होगा। यदि अब भी नहीं माने तो भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। सात दिसंबर जब महिला अपने पति के साथ खंड विकास पंचायत कार्यालय में गई थी। उसी कार्यालय के गेट सरपंच अपने कुछ साथियों के साथ खड़ा था और महिला को जाति सूचक शब्द कहने लगा और मारपीट पर उतर आया। सरपंच की धमकियों के कारण घर में भय का माहौल है। परिवार के सदस्य घर के बाहर जाने में भी डर रहे हैं। सतपाल सिंह ने बताया कि इसी के चलते दलित पैंथर क्लब के सदस्यों से बातचीत की गई। संगठन सदस्यों ने कहा कि किसी से भी डरने की आवश्कता नहीं है। न्याय के लिए यदि जनआंदोलन भी करना पड़ा तो करेंगे। दलित पैंथर क्लब के संस्थापक राजेंद्र कुमार ने कहा कि किसी से भी डरने की आवश्कता नहीं है और हमे अपने देश के कानून पर पुरा विश्वास है। पहले बातचीत के माध्यम से मामले को सुलझाने का प्रयास किया जाएगा। दलित बेरोजगार एवं कामगार फाउंडेशन के जिला प्रधान अमरजीत मानस ने कहा कि सभी संगठन को एक मंच पर आकर इस प्रकार के मामलों के खिलाफ जोरदार ढंग से आवाज उठानी चाहिए। फाउंडेशन के सदस्य पीडित परिवार के साथ है।