सोनीपत इंडिया की दहाड़ , ( आदेश त्यागी ) कैशलैस लेन-देन में जिला प्रशासन द्वारा उठाए जा रहे कदमों के अब सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। ई-दिशा केंद्र के बाद अब सोनीपत सब्जी मंडी प्रदेश की पहली पूरी तरह से कैशलैस सब्जी मंडी बन गई है। यहां अब ग्राहक ई-बटुए और स्वैप कार्ड से अपना भुगतान कर रहे हैं।
उपायुक्त के मकरंद पांडुरंग ने बताया कि कैशलैस लेन-देन को प्रात्साहित करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि सबसे पहले उन क्षेत्रों को चिह्नित किया गया जहां पर सबसे ज्यादा लोग लेन-देन होता है। इनमें सबसे पहले सरकारी क्षेत्र में काम करने का निर्णय लिया। इसके तहत लघु सचिवालय के ई-दिशा केंद्र को कैश-लैस किया गया। यहां अब 100 प्रतिशत भुगतान स्वैप कार्ड और ई-वोलेट से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अगले चरण में हमने शहर की सब्जी मंडी को फोकस किया। यहां लगातार प्रयास किए गए। कैबिनेट मंत्री कविता जैन और स्थानीय सांसद रमेश कौशिक से मंडी में जाकर कैशलैस खरीददारी करवाई गई। इसके साथ ही एसडीएम व मंडी के प्रशासक निशांत यादव सहित सभी अधिकारी लगातार मंडी में गए और दुकानदारों को कैशलैस लेन-देन के फायदों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सभी मासाखोरों व आढ़तियों के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाकर उनके ई-वोलेट अपलोड करवाए गए। इसी क्रम में बुधवार को सभी 200 मासाखोरों व रेहड़ी वालों के ई-वोलेट अपलोड कर मर्चेंट अकाउंट खोलने का काम पूरा कर दिया। इसी तरह से मंडी के 50 आढ़तियों के भी करंट अकाउंट व मर्चेंट अकाउंट खुलवाने व प्रशिक्षण का कार्य पूरा किया गया। इन सभी आढ़तियों को स्वैप मशीनें भी उपलब्ध करवाई गई हैं और यह सुनिश्चित किया गया है कि किसानों को भी वह कैशलैस भुगतान सीधा उनके बैंक खाते में करेंगे और सब्जी खरीदने वालों से भी कैशलैस ही भुगतान लेंगे। पांडुरंग ने बताया कि मंडी में सब्जी मंडी में प्रतिदिन हजारों लोगों आते हैं और यहां पर यह सिस्टम लोगों को खूब पसंद आ रहा है।