लोगों ने अपने दिमाग में यह धारणा बिठा रखी है कि किसान अनपढ़ होते हैं। ऐसा इसलिए समझा जाता है क्योंकि किसान मजदूरी की तरह की जाती है। लेकिन बाकी जैसी कला की तरह किसानी भी एक तरह की कला है। यह कला हर किसी के बस की बात नहीं है। किसानी भी वही कर सकता है जिसे यह कला अच्छे से आती हो। लेकिन किसानों के इतने खराब हालात हैं कि इस पेशे से लोगों को बहुत दूर करते जा रहे हैं।
एक ऐसे ही किसान के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं। उस किसान की मिसाल के बारे में बताएंगे। जो लोग खेती से दूर भाग रहे हैं वह सब इस 28 वर्षीय अनूप पाटिल की कहानी सुने के बाद किसान और किसानी की तारीफ करेंगे। अनूप पाटिल किसान हैं और वह कहते हैं, अपना चक्रव्यूह आप खुद रचते हैं, जरूरत है तो बस इससे निकलने के लिए थोड़ी हिम्मत दिखाने की।
नौकरी से ऊब चुके थे अनूप
अनूप एक समय में सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे। उन्हें सैलेरी भी बहुत अच्छी मिलती थी। लेकिन एक समय बाद वह अपनी नौकरी से ऊक गए थे। अनूप हर हफ्ते संडे का इंजार करते थे। हर 6 दिन बाद वह संडे का बेसब्री से इंतजार करते थे। संडे का इंतजार का सिलसिला करीब 4 साल तक चला। अब तो अनूप आजाद हैं और अपने मन का काम कर रहे हैं। अनूप ने दो साल पहले अपनी नौकरी छोड़ दी थी और अपने मन का काम करने शुरू किया था।
खेती से जुड़ी सारी जानकारी इकट्ठा की
बता दें कि अनूप पुणे के एक फ्लैट में रहते थे। जब अनूप ने नौकरी छोड़ी थी तो उन्होंने तीन महीने तक किसी को नहीं बताया था। इसी बीच अनूप ने गुजरात, कर्नाटक और महाराष्ट्र के किसानों से मुलाकात की थी और बाजार व खेती से जुड़ी कुछ अहम जानकारियों भी लीं थी। उसके बाद अनूप ने खेती करने की एक योजना बनाई और वह अपने गांव नागराले जो सांगली जिले में है वहाँ पर वापस चले गए।
आगे बढऩा चाहते थे जिंदगी में
अनूप ने किसानी को चुनने के बाद कहा है, मैं हमेशा किसी की नौकरी करते हुए नहीं बिताना चाहता था। मैंने अपने सीनियर्स को देखा था। दिमाग में यह बात साफ थी कि नौकरी करने वाला कभी भी उतना आगे नहीं बढ़ सकता, जितना नौकरी देने वाला बढ़ सकता है।
खेती करते हैं 12 एकड़ जमीन पर
अनूप अब अपनी 12 एकड़ की जमीन पर शिमला मिर्च, मक्का, गन्ना और गेंदे के फूल आदि की खेती करते हैं। अनूप की पिछले साल खेती से कमाई 20 से 25 लाख रुपए तक रही थी। अनूप ने इस साल इसी कमाई में अधिक की उम्मीद की है।
बता दें कि अनूप अपनी जमीन पर खुद खेती नहीं करते हैं। उन्होंने 10 से 15 मजदूर खेती करने के लिए रखे हुए हैं। अनूप ने अपनी कमार्ई पर कहा है, इंजीनियर की जॉब में मेरी सालाना आय 6.5 लाख रुपये थी। अब मेरी आमदनी दोगुनी है और सबसे बड़ी बात कि मैं अपने काम से संतुष्ट हूं।