सम्मेलन 12 से 16 फरवरी तक ए डॉट कन्वेंशन सेंटर गुडग़ांव में आयोजित
किया गया।
जिसका शुभारंभ नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ
कांत द्वारा किया गया। इसमें डा. महिपाल सिंह द्वारा समिति के राष्ट्रीय
प्रधान का कार्यग्रहण किया गया। इस अवसर पर डा. नरेंद्र तनेजा द्वारा
हरियाणा के प्रधान का कार्यभार ग्रहण किया गया। डा. नरेंद्र तनेजा के साथ
आयोजन समिति में डा. इंद्र मोहन, डा. अजय शर्मा, डा. धीरज गुप्ता, रोहतक
के डा. अशोक खुराना शामिल थे। राष्ट्रीय समिति में मुंबई से डा. नटराजन,
दिल्ली से डा. महीपाल सिंह, हैदराबाद से डा. अजीत बाबू, मुंबई से डा.
बरूण नायक, मुंबई से डा. ललित वर्मा, दिल्ली से डा. नम्रता शर्मा व डा.
राजेश सिन्हा शामिल थे।
डा. नरेन्द्र तनेजा ने बताया कि इस अवसर पर 1982
वक्ताओं द्वारा प्रस्तुति दी गई तथा लगभग 8500 डेलिगेटस ने इसमें भाग
लिया। सम्मेलन में वक्ताओं द्वारा नवीनतम जानकारी व शोध प्रस्तुत किए गए।
पूरी दुनिया में नेत्र विज्ञान में हो रहे नए आविष्कार व नई मशीनों, नई
दवाओं व नई सैल्य तकनीकों के बारे में बताया गया। 8 छोटी-छोटी कक्षाओं
में नई तकनीक, भेड़ की आंख पर ऑप्रेशन करवाने का आयोजन भी किया गया।
इसमें 22 देशों से प्रतिनिधियों ने भाग लिया। समिति के प्रधान डा.
नरेंद्र तनेजा ने बताया कि इस कार्यक्रम को लेकर विज्ञान समिति द्वारा 5
सदस्यीय समिति डेढ़ वर्ष से कार्य कर रही थी। उन्होंने बताया कि 2016-18
में इस समिति में 280 सदस्य थे। उनके अथक प्रयासों की बदौलत यह संख्या
बढ़कर 930 तक पहुंच गई और हरियाणा को पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर इस
प्रकार के आयोजन करने का मौका मिला