गौ सेवा आयोग के चैयरमैन भानीराम मंगला ने आज स्थानीय पीडब्ल्यूडी के विश्राम ग्रह में प्रैस कांफ्रेंस कर नये बजट में गौ सेवा आयोग का बजट 30 करोड़ से बढ़ाकर 50 करोड़ रूपये करने पर मुख्यमंत्री का आभार जताया। इस मौके पर उनके साथ गौ सेवा आयोग के सदस्य कुलबीर खर्ब तथा नरेन्द्र चहल भी मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
भानीराम मंगला ने कहा कि अगले 6 महीने में सड़कों पर गौवंश नजर नही आएगा। उन्होंने कहा कि 2014 के बाद लगभग 250 नई गौशालाएं बनाई गई है। वर्तमान में लगभग 600 के करीब गौशालाएं हो गई हैं। इन गौशालाओं में 4 लाख 10 हजार गौवंश है। 2014 के बाद लगभग 1 लाख 20 हजार गौवंश सड़कों से लेजाकर गौशालाओं में रखा गया है। उन्होंने कहा कि टेगिंग के जरिये आवारा गौवंश पर लगाम लगाई जाएगी। आवारा गौवंश पाये जाने पर मालिक पर 5100 रूपये का जुर्माना भी प्रशासन की ओर से लगाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जल्द ही 5 जिलों की जेलों में गौशालाएं बनाई जाएगी। पायलेट प्रोजैक्ट के तौर पर करनाल से शुरूआत की जाएगी जिससे की जेलों में दूध और गैस की पूर्ति के साथ-साथ गौवंश की देखभाल होगी। प्रत्येक जेल में कम से कम 600 गाय रखी जाएगी। जिनमें 200 दूध वाली गाय व 400 अन्य गौवंश को रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि गावों में गौ ग्रह सेवा केन्द्रों की स्थापना की जाएगी। गावों में 50 से 70 गौवंश रखा जाएगा जिसकी ग्रांट गौ सेवा आयोग द्वारा दी जाएगी। सेवा केन्द्रों का संचालन ग्रामीण स्तर पर ही कमेटी द्वारा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 100 गौवंश लेने पर 10 लाख रूपये का अनुदान सरकार की ओर से दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गौशालाओं की स्थिति में सुधार भी किया जाएगा। सरकार द्वारा 278 करोड़ रूपये सोलर लाईट के लिए सरकार द्वारा गौशालाओं को दिए गए हैं।
भानीराम मंगला ने कहा कि जल्द ही एक ऐप तैयार किया जाएगा ताकि सभी गौशालाओं में निर्मित वस्तुओं की बिक्री ऑनलाईन की जा सके। उन्होंने कहा कि उपनिदेशक पशुपालन अधिकारी को जिला गौवंश विकास अधिकारी का अतिरिक्त कार्यभार भी दिया जाएगा। इस अवसर पर डा0 अशोक कुमार विशेष रूप से उपस्थित रहे।