बाबरपुर व आसपास के आधा दर्जन गांवों के किसानों को हो रही सब्जी बेचने में परेशानी
पानीपत में सनौली रोड स्थित मैन सब्जी मंडी को लॉकडाउन के चलते वहां पर होने वाली भीड़ के चलते पिछले करीब 14 दिनों से बंद कर दिया गया था और शहर वासियों को सब्जी खरीदने के लिए पानीपत में जीटी रोड स्थित नई अनाज मंडी, सेक्टर 25 में जिमखाना क्लब के पास, सेक्टर 13-17 में हैलीपेड के पास और पुरानी कचहरी के पास ओल्ड इंडस्ट्रीयल एरिया में अस्थाई रूप से सब्जी बेचने की व्यवस्था की गई है।
वहीं नई अनाज मंडी में लगने वाली अस्थाई सब्जी मंडी में ही कुछ आढ़तियों द्वारा किसानों की सब्जियों को खरीदा जा रहा है बाकि किसी स्थानों पर सिर्फ सब्जियां ही
बेची जाती है।
वहीं लॉकडाउन के चलते सभी किसान अपनी सब्जियों को अस्थाई सब्जी मंडी में नहीं ले जा पा रहे है, क्योंकि पुलिस उन्हें रास्ते में
रोक देती है।
यदि किसान सब्जी को मंडी में ले भी जाते है तो वहां पर सब्जी खरीदने वाले आढ़ती नहीं मिलते। जिसके चलते बाबरपुर, बडौली, गांजबड़, रजापुर, महमदपुर,शिमला मौलाना, खोतपुरा आदि गांवों के किसानों को अपनी खीरे व बैगन की फसल को बेचने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं किसान कांग्रेस के जिला अध्यक्ष राजेश बड़ौली ने मंगलवार को इन आधा दर्जन गांवों का दौरा किया और किसानों की परेशानियों से रूबरू हुए। जिस पर किसान जसबीर, देवेंद्र, वासुदेव, पवन, सुरेंद्र आदि ने राजेश बडौली को बताया कि इन गांवों में 300-400 एकड़ में खीरा व बैगन की बिजाई की हुई है और इनमें ज्यादातर छोटे किसान है और वे ऑटो में सब्जी लेकर सब्जी मंडी में जाते है पर पुलिस वाले ऑटो को रोक देते है, जिससे उन्हें परेशानी आती है।
यदि मंडी में ले भी जाते है तो सब्जी खरीदने के लिए बहुत कम आढ़ती आते है। वहीं राजेश बडौली व किसानों ने सरकार व मार्किट कमेटी के अधिकारियों से मांग करते हुए कहा कि जब तक लॉकडाउन है तब तक संबंधित गांवों में ही किसानों की सब्जी की उचित दामों पर खरीद को लेकर व्यवस्था करनी चाहिए। इससे किसानों सब्जी भी ठीक भाव पर बिक जाएगी और लोगों को भी सस्ती सब्जी मिलेगी।
बिना रजिस्टे्रशन करवाने वाले किसानों के गेहूं की फसल की भी खरीद करे सरकार
किसान कांग्रेस के जिला अध्यक्ष राजेश बडौली ने बताया कि सरकार ने
किसानों के गेहूं की खरीद को लेकर कई ऐसी कंडीशनें लगाई है, जिससे किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इसलिए सरकार से मांग है कि सभी
किसानों के गेहूं की फसल की खरीद की जाए, किसान ने बेशक रजिस्टेशन करवाया हो या नहीं करवाया हो।
वहीं राजेश बडोली ने कहा कि किसानों के पास गेहूं का भंडारण करने की कोई व्यवस्था नहीं है और सरकार द्वारा अभी गेहूं की खरीद की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिला में कई स्थानों पर गेहूं की खरीद शुरू हो चुकी है और किसानों को पहले ही कटाई को लेकर मजदूरों की कमी का सामना करना पड़ रहा है।