सोनीपत के फरमाना गांव में शनिवार की देर रात को एक दो मंजिला मकान भरभरा कर ढह गया। मकान के निचले हिस्से में सो रहे चिकित्सक रघुबीर व उसकी पत्नी इस मलबे के नीचे दब गए, जिससे उनकी दर्दनाक मौत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल हॉस्पिटल सोनीपत भिजवा दिया है। बलियाना, निवासी 60 वर्षीय डॉ रघुवीर आरएमपी था और उसने गांव रिढाऊ गांव में अपना क्लीनिक खोला हुआ था। वहीं वह रोजाना बलियाणा से रिढाऊ आते थे। लेकिन लॉकडाउन के बीच जब लोगों को घरों से बाहर निकलने की इजाजत नहीं थी तो उन्होंने अपने परिचित फरमाना निवासी पवन से संपर्क किया। जिस पर पवन ने अपने खाली पड़े मकान में उन्हें रहने की इजाजत दे दी। इस समय पवन अपने परिवार के साथ रोहतक में रहता है।
लेकिन लॉकडाउन हटने के बाद भी डॉक्टर रघुवीर इसी मकान में रह रहे थे। शनिवार को वह अपनी पत्नी के साथ मकान में सो रहे थे,की बीच करीब रात करीब 11 बजे मकान का ऊपर का हिस्सा भरभरा कर ढह गया, चौबारा गिरने के चलते नीचे के मकान की छत भी ढह गई, जिसके नीचे डॉक्टर व उसकी पत्नी दब गए। मकान गिरने की आवाज सुनकर आसपास के लोग मकान की तरफ दौड़े और मलबा हटाने की कार्रवाई शुरू की गई। सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंची और काफी देर की मशक्कत के बाद दंपति को बाहर निकाला गया। लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर सिविल हॉस्पिटल सोनीपत में भिजवा दिया है और मामले की जांच की जा रही है।