कुरुक्षेत्र एक तरफ जहां कोरोना का भय आमजन के मन में बैठा हुआ है, वहीं कुरुक्षेत्र सेक्टर 4 की 92 वर्षीय बुजुर्ग महिला अनोखी देवी ने कोरोना को मात दी है। 92 वर्षीय महिला के ठीक होने से नौजवानों के मन से भी कोरोना का भय कहीं न कहीं कम हुआ है। कुरुक्षेत्र पुलिस में तैनात उप निरीक्षक व पुलिस पीआरओ रोशन लाल ने बताया कि उनकी माता ने कोरोना जैसी महामारी को भी मात दी है। उन्होंने बताया कि अनोखी देवी में बहुत ज्यादा हौसला है, हर दिक्कत का आसानी से समाधान कर लेती हैं। अनोखी देवी के पांच बेटे तथा तीन बेटियां हैं। उनके पांचों बेटे अच्छे पदों पर आसीन होकर देश की सेवा कर रहे हैं। सबसे बडा बेटा भारतीय स्टेट बैंक से डीजीएम के पद से सेवानिवृत्त हो गए हैं। उनसे छोटे भारतीय रेलवे में अच्छे पद पर आसीन हैं तथा उनसे छोटे तीनों भाई हरियाणा पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं।
विशेष बातचीत में अनोखी देवी ने कहा कि उसने अपने जीवन में करीब 47 साल से एक से बढ़कर एक बीमारी को मात देने के बाद कोरोना से भी जीवन की बाजी जीत ली है। अपने जीवन का अनुभव सांझा करते हुए अनोखी देवी ने कहा कि वह वर्ष 1973 में टेटनेस बीमारी की चपेट में आ गई थी उनको डॉक्टर ने मात्र 4 घंटे का समय दिया था। जिसको जीतकर उन्होंने अपने सभी बच्चों का पालन पोषण किया। वर्ष 1996 में पेट का ऑपरेशन हुआ। उसके बाद वर्ष 2001 में दिल्ली के ऑल इंडिया मेडिकल में ब्रेन ट्यूमर का ऑपरेशन करीब 12 घण्टे तक चला। वर्ष 2012 में महाराजा अग्रसेन हॉस्पिटल दिल्ली में स्पाईनल कोड के ट्यूमर का ऑपरेशन हुआ। वर्ष 2017 में करीब दो महीने के इलाज के बाद बार-बार टेस्ट करवाने के बाद टीबी होने का पता चला जिसको हरा दिया। इन सभी बीमारियों को मात देने के बाद कोरोना ने अपनी चपेट में ले लिया अब अनोखी देवी ने कोरोना को भी हरा दिया है। अनोखी देवी ने बताया कि उसकी शादी देश विभाजन से ढाई वर्ष पहले हुई थी। अपने जीवन में खूब मेहनत की, सदा सादा भोजन खाया। यही कारण है कि बडी-बडी बीमारियों को भी उसने मात दे दी है। कोरोना बीमारी से किसी को घबराना नही चाहिए बल्कि सावधानियां बरतनी चाहिए।